FIFA का ऐलान:
FIFA अध्यक्ष जियानी इनफैंटिनो ने बीते बुधवार इस निर्णय की पुष्टि करते हुए कहा,
“हम फुटबॉल को ज्यादा देशों में पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। सऊदी अरब के पास इस आयोजन को सफल बनाने की पूरी क्षमता है।”
इसके साथ, FIFA ने यह भी ऐलान किया कि 2030 का विश्व कप स्पेन, पुर्तगाल और मोरक्को में खेला जाएगा।
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सऊदी अरब की तैयारी:
सऊदी अरब ने इस मेजबानी के लिए बड़े स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।
- 2027 एशियाई कप की मेजबानी भी सऊदी अरब करेगा, जिसके लिए स्टेडियमों का निर्माण और नवीनीकरण पहले ही शुरू हो चुका है।
- ये सुविधाएं 2034 विश्व कप के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
- यह मेजबानी सऊदी के विज़न 2030 का भी हिस्सा है, जिसमें देश खेल, पर्यटन और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दे रहा है।
मध्य पूर्व में दूसरी बार विश्व कप:
2022 में कतर ने पहली बार विश्व कप की मेजबानी कर इतिहास रच दिया था।
- कतर में हुए विश्व कप में अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराकर खिताब जीता था।
- अब 2034 में सऊदी अरब का चयन दिखाता है कि अरब देश विश्व फुटबॉल के केंद्र में आ रहे हैं।
सऊदी अरब को क्यों चुना गया?
- सऊदी अरब ने मेजबानी के लिए FIFA के सामने एक प्रभावशाली प्रस्ताव पेश किया।
- देश ने आधुनिक स्टेडियमों के निर्माण और खेल इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश की योजना बनाई है।
- विश्व कप से पहले, सऊदी अरब ने कई बड़े टूर्नामेंटों की सफल मेजबानी की है, जिसने इसे FIFA की नजर में आदर्श विकल्प बना दिया।
अरब देशों में फुटबॉल का भविष्य:
2034 विश्व कप के लिए सऊदी अरब की मेजबानी न केवल अरब देशों में फुटबॉल को बढ़ावा देगी, बल्कि इस क्षेत्र को वैश्विक खेल मानचित्र पर मजबूत पहचान दिलाएगी।
क्या आप तैयार हैं, फुटबॉल के इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए?
2034 में दुनिया की नजरें सऊदी अरब पर होंगी, जहां फुटबॉल का इतिहास रचा जाएगा।