भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने पर्थ टेस्ट में एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड तोड़ा है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 1 कैलेंडर वर्ष के दौरान सबसे ज्यादा छक्के लगाने का कीर्तिमान अपने नाम किया है।
इस उपलब्धि को यशस्वी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी टीम की दूसरी पारी में 90 रन बनाकर नाबाद रहते हुए हासिल किया। इस पारी में उन्होंने 2 छक्के लगाए, जिससे उनका कुल छक्कों का आंकड़ा 34 तक पहुंच गया। इस के साथ ही उन्होंने न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रेडन मैकुलम का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2014 में 33 छक्कों के साथ यह रिकॉर्ड बनाया था।
ब्रेडन मैकुलम का रिकॉर्ड: ब्रेडन मैकुलम ने 2014 में 9 टेस्ट मैचों की 16 पारियों में कुल 33 छक्के लगाए थे। इस दौरान उन्होंने 72.75 की औसत से 1,164 रन भी बनाए थे। अब यशस्वी ने 34 छक्के लगाकर उनका यह रिकॉर्ड तोड़ा है। यशस्वी ने इस साल 12 टेस्ट मुकाबले खेले हैं और 57.57 की औसत से 1,209 रन बनाए हैं। इस साल अभी उन्हें और मुकाबले खेलने हैं, जिससे यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
इस सूची में तीसरे स्थान पर बेन स्टोक्स: यशस्वी के रिकॉर्ड से पहले इस सूची में तीसरे स्थान पर इंग्लैंड के बेन स्टोक्स का नाम था। स्टोक्स ने 2022 में 26 छक्के लगाए थे।
अर्धशतक का रिकॉर्ड भी अपने नाम: यशस्वी ने ऑस्ट्रेलिया के ऑप्टस स्टेडियम में अर्धशतक जड़ने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। वह इस मैदान पर अर्धशतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने हैं, जिन्होंने यह पारी 22 साल 330 दिन की उम्र में खेली। इससे पहले यह रिकॉर्ड ट्रेविस हेड के पास था, जिन्होंने 24 साल 350 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
यशस्वी जायसवाल की यह उपलब्धि उनके शानदार करियर की दिशा को और भी मजबूत बनाती है। उनकी बल्लेबाजी में जो आक्रामकता और निरंतरता देखने को मिल रही है, वह उन्हें भविष्य में टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में से एक बना सकती है।