क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका द्वारा विदेशों में चलाए जा रहे सहायता कार्यक्रमों पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
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- इस आदेश के बाद भारत में अमेरिकी मिशन ने सहायता कार्यक्रमों की समीक्षा शुरू कर दी है।
- इससे भारत में स्वास्थ्य, पर्यावरण, और खाद्य सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में चल रहे कई कार्यक्रम प्रभावित हो सकते हैं।
अमेरिकी दूतावास का बयान
अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा,
“हम यह सुनिश्चित करने के लिए समीक्षा कर रहे हैं कि हमारे मौजूदा अनुदान और कार्यक्रम कार्यकारी आदेशों का अनुपालन करते हैं।”
ट्रंप का आदेश और इसके निर्देश
- आदेश का उद्देश्य:
24 जनवरी को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो द्वारा एक मेमो जारी किया गया था।- आदेश में कहा गया कि जब तक समीक्षा पूरी नहीं होती, कोई नई योजना नहीं बनाई जाएगी।
- विदेशों में दी जाने वाली आर्थिक मदद तत्काल प्रभाव से रोकने का निर्देश दिया गया।
- प्रभाव:
आदेश के तहत कानून द्वारा स्वीकृत सीमा तक ही सहायता दी जा सकेगी।
भारत में किन कार्यक्रमों पर असर पड़ सकता है?
- स्वास्थ्य कार्यक्रम:
- AIDS, टीबी, और बाल-मातृ मृत्यु कम करने के लिए चल रहे USAID के कार्यक्रमों पर रोक लग सकती है।
- फीड द फ्यूचर:
- यह पहल भारत में खाद्य सुरक्षा बढ़ाने के लिए चल रही है।
- किसानों और खाद्य आपूर्ति चेन में सुधार के लिए कार्यरत है।
- पर्यावरण कार्यक्रम:
- USAID भारत के जंगलों और कार्बन पृथक्करण बढ़ाने के लिए काम कर रहा है।
- उत्सर्जन कम करने वाले कार्यक्रमों पर इसका असर पड़ सकता है।
जानकार क्या कह रहे हैं?
जेरेमी कोनिंडिक (USAID के पूर्व अधिकारी) ने कहा,
“यह एक विध्वंसक प्रयास है। यदि आदेश को लिखे अनुसार लागू किया गया तो बहुत से लोगों की जान जा सकती है। यह विदेशी सहायता कार्यक्रमों की प्रभावशीलता की ईमानदारी से समीक्षा नहीं है।”
निष्कर्ष
- ट्रंप के आदेश का सीधा असर भारत के लिए चल रहे अमेरिकी सहायता कार्यक्रमों पर पड़ सकता है।
- स्वास्थ्य और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में नुकसान की संभावना है।
- यह निर्णय वैश्विक सहयोग और मानवीय सहायता प्रयासों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
आगे का सवाल:
- क्या यह आदेश अमेरिका-भारत संबंधों पर प्रभाव डालेगा?
- भारतीय सरकार इस स्थिति से कैसे निपटेगी?