फ्रांस में लंबे समय से चल रहे राजनीतिक अस्थिरता के दौर के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रांकोइस बायरू को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। बायरू, जो वर्तमान में पाउ शहर के महापौर और MoDem पार्टी के नेता हैं, को एक मध्यमार्गी नेता माना जाता है। उनकी पार्टी पहले से ही मैक्रों की सरकार की सहयोगी रही है।
पृष्ठभूमि: मिशेल बार्नियर का इस्तीफा
पिछले हफ्ते, 5 दिसंबर को, मिशेल बार्नियर ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
- कार्यकाल: बार्नियर का प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल सिर्फ 3 महीने का रहा, जो फ्रांसीसी इतिहास में सबसे छोटा कार्यकाल माना जाता है।
- कारण: संसद में उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया था, जिसके पक्ष में 331 वोट पड़े, जो बहुमत के लिए जरूरी संख्या से अधिक थे।
- बार्नियर इस तरह के प्रस्ताव के जरिए हटाए जाने वाले पहले प्रधानमंत्री बने।
फ्रांकोइस बायरू: फ्रांस की नई उम्मीद
फ्रांकोइस बायरू का नाम फ्रांस की राजनीति में सम्मानित है।
- पद अनुभव: बायरू न सिर्फ एक अनुभवी राजनेता हैं, बल्कि उनकी मध्यमार्गी सोच फ्रांस में बढ़ते ध्रुवीकरण के बीच एक स्थिरता का प्रतीक मानी जाती है।
- राष्ट्रपति मैक्रों का बयान: मैक्रों ने बायरू की नियुक्ति की घोषणा करते हुए कहा कि उनका नेतृत्व “फ्रांस के राजनीतिक संकट के समाधान” के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
आगे की चुनौतियां
फ्रांस में राजनीतिक स्थिति को स्थिर करना, बढ़ते आर्थिक संकट का समाधान ढूंढना, और जनता का विश्वास वापस पाना बायरू के सामने प्रमुख चुनौतियां होंगी।