Lakshmi ji ki aarti: लक्ष्मी जी की आरती

krishna bhatt

ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता॥ ॐ जय…

उमा, रमा, ब्रह्माणी,
तुम ही जग-माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता॥ ॐ जय…

दुर्गा रूप निरंजनि,
सुख-सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि पाता॥ ॐ जय…

तुम हो पतिव्रता देवी,
वरदायिनी माता।
जो कोई तुमको ध्याता,
नित मंगल पाता॥ ॐ जय…

तुम हो सती अस्थानित,
हर विपत्ति निवारिणी।
जो कोई तुमको ध्याता,
सब सुकर्म सवारिणी॥ ॐ जय…

धूप-दीप फल मेवा,
मां स्वीकार करो।
ज्ञान-भक्ति और वैराग्य,
आशीर्वाद करो॥ ॐ जय…

शुभ गुण मन्दिर सुन्दर,
क्षीरोदधि-निवासिनी।
जो कोई तुमको ध्याता,
हर जय पाता॥ ॐ जय…

आरती श्री लक्ष्मी माता की,
जो कोई गावे।
उर उमंग अतिशय उपजे,
पाप उतर जावे॥

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