क्या है QR कोड स्क्रैच धोखाधड़ी?
QR कोड का उपयोग आज के समय में डिजिटल भुगतान और सुविधाजनक लेन-देन के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है। हालांकि, साइबर अपराधियों ने इसका दुरुपयोग करते हुए इसे धोखाधड़ी का नया हथियार बना लिया है।
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क्या है QR कोड स्क्रैच धोखाधड़ी?कैसे काम करती है यह धोखाधड़ी?QR कोड स्क्रैच धोखाधड़ी से बचने के उपाय1. QR कोड स्कैन करने से पहले सावधानी बरतें:2. संदेहास्पद लिंक और SMS से सावधान रहें:3. स्कैन करने के बाद URL पर ध्यान दें:4. वैध ऐप्स का ही इस्तेमाल करें:5. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें:अगर ठगी हो जाए तो क्या करें?
इस घोटाले में, अपराधी QR कोड आधारित स्क्रैच कार्ड का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। यह धोखाधड़ी अक्सर अमेज़न, फ्लिपकार्ट या अन्य बड़े ब्रांड्स की नकली पेशकश का दावा करती है।
कैसे काम करती है यह धोखाधड़ी?
- लालच भरा ऑफर:
जालसाज आपको एक स्क्रैच कार्ड या QR कोड देता है, जिसमें दावा किया जाता है कि आपको मुफ्त इनाम या भारी छूट मिलेगी। - QR स्कैन के बाद चोरी:
जब आप QR कोड स्कैन करते हैं, तो:- आपका पर्सनल डेटा, जैसे बैंक डिटेल्स और फोन की जानकारी, जालसाजों तक पहुंच जाती है।
- कई बार यह कोड आपको फिशिंग वेबसाइट या नकली ऐप पर ले जाता है।
- वित्तीय नुकसान:
QR कोड का उपयोग करके आपकी अनुमति के बिना आपके बैंक खाते से पैसा निकाला जा सकता है।
QR कोड स्क्रैच धोखाधड़ी से बचने के उपाय
1. QR कोड स्कैन करने से पहले सावधानी बरतें:
- QR कोड का स्रोत और विश्वसनीयता जांचें।
- अनजान QR कोड स्कैन करने से बचें।
2. संदेहास्पद लिंक और SMS से सावधान रहें:
- यदि आपको किसी अनचाहे SMS, ईमेल या कॉल में QR कोड स्कैन करने को कहा जाए, तो इसे अनदेखा करें।
3. स्कैन करने के बाद URL पर ध्यान दें:
- यह सुनिश्चित करें कि लिंक किसी वैध वेबसाइट से संबंधित है।
- नकली फिशिंग साइट्स का पता लगाएं, जिनके URL में गलत शब्द या असामान्य डोमेन (जैसे “.xyz” या “.top”) हो सकते हैं।
4. वैध ऐप्स का ही इस्तेमाल करें:
- भुगतान के लिए हमेशा UPI, Paytm, या Google Pay जैसे ऑथेंटिक ऐप्स का उपयोग करें।
5. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें:
- एंटीवायरस और सिक्योरिटी सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें।
- अपने फोन और अन्य उपकरणों को नियमित रूप से अपडेट करें।
अगर ठगी हो जाए तो क्या करें?
- तुरंत अपने बैंक को सूचित करें और लेन-देन ब्लॉक करवाएं।
- नजदीकी साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करें।
- राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
QR कोड ने डिजिटल लेन-देन को सरल बनाया है, लेकिन यह सही सावधानी न बरतने पर जोखिम भरा हो सकता है। सतर्क रहें, अनजान QR कोड स्कैन करने से बचें, और केवल भरोसेमंद स्रोतों पर भरोसा करें।